Crop

गोभी वर्गीय फसलों में डायमंड बैक मोथ (DBM)/ हीरक पृष्ठ पतंग के प्रबंधन एवं लक्षण के बारें यहाँ जानें

​गोभी वर्गीय फसलों में डायमंड बैक मोथ (DBM) यानि हीरक पृष्ठ पतंग कीटों की यदि सही समय पर पहचान और उनका प्रबंधन किया जाये तो फसल को क्षति होने से बचाया जा सकता है। जी हाँ बता दें कि शीत ऋतू के शुरू होते ही बाजार में गोभी वर्गीय सब्जियों की आवक शुरू जाती है। शीत ऋतू के मौसम में इस सब्जी की मांग और खपत भी अधिक रहती है। इससे किसानों को इसकी खेती से अच्छा मुनाफा प्राप्त होता है। लेकिन अन्य फसलों के मुताबिक गोभी वर्गीय फसलों में कीटों जैसे डायमंड बैक मोथ (DBM) कीटों का हमला अधिक देखने को मिलता है। यह कीट फसलों को काफी नुकसान पहुँचाते हैं तो आइये जानें गोभी वर्गीय फसलों में लगने वाले डायमंड बैक मोथ कीट के लक्षण और उनकी रोकथाम के के बारे में विस्तार से। 

गोभी वर्गीय फसलों में डायमंड बैक मोथ (DBM) कीट के मुख्य लक्षण:

  • डायमंड बैक मोथ (DBM) द्वारा पत्तियों को खाने के तरीकों को विन्डोविंग कहते हैं क्योंकि डायमंड बैक मोथ  के लार्वा  पत्तियों के उपरी सतह पर रह कर  उनके ऊतकों को खाते हैं​
  • डायमंड बैक मोथ (DBM ) पत्तियों को खा कर उनमें छेद और धब्बे बनाता है। ​
  • अंडे से निकलने वाले नये युवा लार्वा पत्तियों के उत्तकों  को  पर्ण सुरंग की ​
  • तरह खाते हैं और पुराने इल्लियां पौधों के सभी भागों को खाती हैं।
  • लार्वा का अधिक संख्या में आक्रमण होने पर वह पत्तियों को खा कर पूरी तरह नष्ट देता है। केवल वाइन्स ही बाकी रह जाती है। ​
  • अत्यधिक आक्रमण होने पर  डायमंड बैक मोथ (DBM ) की इल्लियां गोभी के फूलों में प्रवेश कर जाती हैं और फसल को पूरी तरह से नष्ट कर देती जिनसे  बाजार में कोई मूल्य प्राप्त नहीं होता है। ​

गोभी वर्गीय फसलों में डायमंड बैक मोथ (DBM) कीट के रोकथाम के उपाय​:

  • अंकुरण को संरक्षित परिस्तिथि में उगायें जहाँ डाइमंड बैक मोथ के अंडे का संक्रमण का हमला ना होने पाए। ​
  • खरपतवार रहित छेत्रों पर बुवाई करें। ​
  • फसल चक्र के द्वारा डायमंड बैक मोथ के संक्रमण को कम किया जा सकता है। ​
  • अंतर फसल और ट्रैप फसल को अपना कर डाइमंड बैक मोथ से नियंत्रण पा सकते हैं, मिर्च के पौधे को पत्तागोभी की फसल के साथ  बोने से डाइमंड बैक मोथ पर नियंत्रण किया जा सकता है, डाइमंड बैक मोथ के संक्रमण को रोकने के लिए ट्रैप पौधे जैसे सरसों और राई फसलों का भी उपयोग किया जा सकता है।

रासायनिक प्रबंधन:

रसायन प्रबंधन द्वारा गोभी वर्गीय फसलों में डायमंड बैक मॉथ (डीबीएम) को प्रभावी रूप से नियंत्रित कर सकते है। 

1. कीफन कीटनाशक

  • रसायन सामग्री – इसमें टोल्फेनपाइराड रासायन 15% ईसी है।
  • यह चूसनेे, चबाने और काटने वाले कीटों पर नियंत्रण करता है। ​
  • यह अन्य मौजूदा कीटनाशकों के प्रतिरोधी कीटों पर अत्यधिक प्रभावी होता है।

मात्रा: इसका प्रयोग 1.5 – 2 मिली/लीटर पानी के साथ करें। 

2. सिग्ना कीटनाशक

  • रसायन सामग्री: इसमें लुफेनुरॉन रासायन 5.4% ईसी के रूप में होता है।   ​
  • यह काइटिन संश्लेषण में सक्रिय अवरोध की भूमिका निभाता है। ​

 मात्रा: इसका प्रयोग 1.5 से 2 मिली प्रति लीटर पानी ​के साथ करें। 

3. इंटरपिड कीटनाशक

  • रसायन सामग्री – इसमें क्लोरफेनापायर  रासायन 10% एससी है।
  • यह व्यापक स्पेक्ट्रम नियंत्रण करता है।
  • यह पत्तियों के नीचे पाये जाने वाले कीटों को नियंत्रित करने में सक्षम होता है।​

मात्रा:  इसका प्रयोग 1.5 मिली/लीटर पानी के साथ करें। 

निष्कर्ष:

गोभी वर्गीय फसल को डाइमंड बैक मोथ कीट से बचाव के लिए हमने आपसे सही जानकरी साझा की है। हमें उम्मीद है की यह जानकारी आपके लिए मददगार साबित होगी। ऐसे ही फसलों से सम्बंधित सभी प्रकार की जानकारियां पाने के लिए बिगहाट के यू टयूब चैनल “बिगहाट टीवी हिंदी” की https://bit.ly/3v7SVCz लिंक पर क्लिक करें एवं हमारे टोल फ्री नंबर 1800 3000 2434 पर मिस्ड कॉल करें।  

Recent Posts

सेलजल: आधुनिक कृषि के लिए जल अनुकूलन में क्रांतिकारी बदलाव

कृषि में दक्षता और उत्पादकता हमेशा महत्वपूर्ण होती है। कल्पना करें कि एक ऐसा समाधान…

January 28, 2025

एक्सस्केलेंट: टपक सफाई क्रियाविधि के माध्यम से खड़ी फसलों के लिए सुरक्षित समाधान

आज की खेती में, जल प्रबंधन का सही तरीका बहुत ज़रूरी है। टपक सिंचाई प्रणाली…

January 28, 2025

बायोकुलम ए डब्लू: फसल की स्थिरता के लिए उपयोग हेतु तैयार अपघटक

टिकाऊ कृषि के मूल में एक सरल किन्तु गहन अवधारणा निहित है: अपशिष्ट को धन…

January 28, 2025

एपिसेल: टिकाऊ कृषि के लिए फसलों की पूरी क्षमता का दोहन

आज के बदलते कृषि परिदृश्य में टिकाऊ और कुशल कृषि पद्धतियां खोजना अत्यंत महत्वपूर्ण है।…

January 28, 2025

सेलजल के साथ कृषि दक्षता को बढ़ाना: जल अनुकूलन और पी एच संतुलन के लिए सुझाव

कृषि में जल एक मूलभूत संसाधन है, जो फसल की वृद्धि और सुरक्षा के लिए…

January 28, 2025

“एक्सस्केलेंट: टपक सिंचाई प्रणाली की सफाई के लिए एक सुरक्षित और प्रभावी समाधान”

टपक सिंचाई प्रणाली आधुनिक कृषि का एक अनिवार्य घटक बन गई है, जो पौधों की…

January 28, 2025