वैज्ञानिकों द्वारा मिली रिपोर्ट्स के अनुसार हर साल जलवायु परिवर्तन एवं पर्यावरण प्रदूषण की वजह से खेतों में कीट – पतंगों की संख्या बढ़ती जा रही है, इस कारण फसलों में कीट – पतंगों का प्रकोप दिनों दिन बढ़ रहा है और इसके फलस्वरूप फसलों के उत्पादन पर भी बुरा असर पड़ रहा है। ऐसा ही नजारा मिर्च की फसलों पर कटवर्म (कर्तनकीट) का देखने को मिल रहा है। जिससे मिर्च की फसलों का उत्पादन घट रहा है और किसानों को अपनी फसल से अच्छा मुनाफा भी नहीं मिल पा रहा है। किसान इसके प्रबंधन के लिए निम्न प्रकार के कीटनाशक दवाओं का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि संतुलित मात्रा से ज्यादा कीटनाशकों का प्रयोग आपकी फसल और आपकी सेहत के लिए कितना हानिकारक साबित हो सकता है ? इसलिए किसानों की सहूलियत के लिए आज जानेंगे मिर्च की फसल में कटवर्म कीट के प्रबंधन के बारे में।
मात्रा: इसका प्रयोग 60-80 ग्राम /एकड़ की दर से करें।
मात्रा: इसका प्रयोग 60 मिलीग्राम/एकड़ की दर से करें।
मात्रा: इसका प्रयोग 80 मिली / एकड़ या 0.5 मिली/ लीटर पानी के साथ करें।
मात्रा: इसका प्रयोग 2 मिली/ लीटर पानी के साथ करें।
मिर्च की फसल को कटवर्म (कर्तन कीट ) कीट से बचाव के लिए हमने आपसे सही जानकरी साझा की है। हमें उम्मीद है की यह जानकारी आपके लिए मददगार साबित होगी। ऐसे ही फसलों से सम्बंधित सभी प्रकार की जानकारियां पाने के लिए बिगहाट के यू टयूब चैनल “बिगहाट टीवी हिंदी” की https://bit.ly/3VxaTt7 लिंक पर क्लिक करें एवं हमारे टोल फ्री नंबर 1800 3000 2434 पर मिस्ड कॉल करें।
कृषि में दक्षता और उत्पादकता हमेशा महत्वपूर्ण होती है। कल्पना करें कि एक ऐसा समाधान…
आज की खेती में, जल प्रबंधन का सही तरीका बहुत ज़रूरी है। टपक सिंचाई प्रणाली…
टिकाऊ कृषि के मूल में एक सरल किन्तु गहन अवधारणा निहित है: अपशिष्ट को धन…
आज के बदलते कृषि परिदृश्य में टिकाऊ और कुशल कृषि पद्धतियां खोजना अत्यंत महत्वपूर्ण है।…
कृषि में जल एक मूलभूत संसाधन है, जो फसल की वृद्धि और सुरक्षा के लिए…
टपक सिंचाई प्रणाली आधुनिक कृषि का एक अनिवार्य घटक बन गई है, जो पौधों की…