देश में मशरूम की खेती का रुझान दिनों दिन बढ़ता जा रहा है। जी हाँ शहर से लेकर गांव तक इसकी मांग बढ़ती जा रही है। बाजार में मशरूम की कीमत भी सभी फसलों की तुलना में अधिक होती है। जिस वजह से इसकी खेती से बम्पर मुनाफा प्राप्त होता है। मशरूम उत्पादन को बढ़ावा देने और किसानों को उनके प्रयासों में मदद करने के लिए राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड के तहत 2011 में मशरूम की खेती के लिए सरकारी सब्सिडी शुरू की गई थी। यह मशरूम सब्सिडी योजना किसानों को अपने मशरूम उत्पादन संयंत्र स्थापित करने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करती है। प्रस्ताव व्यक्तियों के लिए उपलब्ध है और साथ ही पर्याप्त लागत भी प्रदान करता है।
वर्तमान में मशरूम की बढ़ती लोकप्रियता देख हरियाणा सरकार ने भी मशरूम उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए राज्य के किसानों के लिए एक नई पहल की है। आखिर क्या है वो पहल जानने के लिए पढ़िए इस लेख में।
दरअसल, हाल ही में हरियाणा सरकार ने मशरूम इकाई स्थापित करने के लिए अनुदान देने का फैसला किया है। सरकार की इस पहल से राज्य में मशरूम उत्पादन बढ़ेगा साथ – साथ किसानों की आय भी दोगुनी होगी। इसके लिए सरकार की तरफ से आवेदन आमंत्रित किये गए हैं, इच्छुक लाभार्थी इस अनुदान का लाभ उठा कर मशरूम इकाई स्थपित कर सकते हैं।
योजना का नाम: मशरूम इकाई स्थापना
योजना संशोधित: 01.07.2011
योजना निधि आवंटित: 10 लाख तक
सरकारी योजना का प्रकार: NHB के तहत कृषि सब्सिडी योजनाएँ
प्रायोजित / सेक्टर योजना: मिशन फॉर इंटीग्रेटेड डेवलपमेंट ऑफ़ हॉर्टिकल्चर (MIDH)
आवेदन करने के लिए वेबसाइट: https://nhb.gov.in
हेल्पलाइन नंबर: हर राज्य के लिए फोन लाइन अलग-अलग हैं।
श्रेणी | टिप्पणी |
सब्सिडी की लागत | 10 लाख तक |
कौन पात्र है | व्यक्तिगत किसान |
क्या शामिल है? | मशरूम संयंत्र की स्थापना, कंपोस्टिंग इकाइयां और स्पॉन उत्पादन। |
आपकी जानकारी के लिए बता दें, कि इसमें आवेदन प्रक्रिया पहले आओ पहले पाओ के आधार पर की जाएगी। इसलिए समय से पहले आवेदन कर लें। आवेदन करने के लिए लाभार्थी https://hortnet.gov.in/?QUERY इस लिंक पर जा कर आवेदन कर सकते हैं।
हमारे इस लेख को पढ़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि क्षेत्र को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। किसान समुदाय को सशक्त बनाने एवं भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में सही और उचित जानकारी पहुंचाने की हमारी पूरी कोशिश है। ऐसी ही खेती और कृषि ख़बरों को पढ़ने और जानने के लिए किसान वेदिका वेबसाइट लिंक https://kisanvedika.bighaat.com/ पर क्लिक करें।
कृषि में दक्षता और उत्पादकता हमेशा महत्वपूर्ण होती है। कल्पना करें कि एक ऐसा समाधान…
आज की खेती में, जल प्रबंधन का सही तरीका बहुत ज़रूरी है। टपक सिंचाई प्रणाली…
टिकाऊ कृषि के मूल में एक सरल किन्तु गहन अवधारणा निहित है: अपशिष्ट को धन…
आज के बदलते कृषि परिदृश्य में टिकाऊ और कुशल कृषि पद्धतियां खोजना अत्यंत महत्वपूर्ण है।…
कृषि में जल एक मूलभूत संसाधन है, जो फसल की वृद्धि और सुरक्षा के लिए…
टपक सिंचाई प्रणाली आधुनिक कृषि का एक अनिवार्य घटक बन गई है, जो पौधों की…