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खेती की सफलता: एसी और एबीसी योजना के अंतर्गत, प्रशिक्षित सर्वश्रेष्ठ कृषि उद्यमियों को, राष्ट्रीय पुरस्कार !

प्रस्तावना –

भारत सरकार की मेगा फ्लैगशिप योजना, एग्री-क्लीनिक और एग्री-बिजनेस (एसी और एबीसी) को नाबार्ड की मदद से वर्ष 2002 में लागू किया गया था। इस योजना के अंतर्गत बेरोजगार युवाओं को 45 दिनों का प्रशिक्षण दिया जाता है, योग्य लोगों को बैंक ऋण और सब्सिडी उपलब्ध कराई जाती है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों को सेवाएं पहुंचाना है और ग्रामीण युवाओं के लिए रोजगार का सृजन करना है।

अवलोकन-

भारत में राष्ट्रीय युवा दिवस एग्री-क्लीनिक और एग्री-बिजनेस की केंद्रीय क्षेत्र योजना के तहत प्रशिक्षित किये गए कृषि उद्यमियों को राष्ट्रीय पुरस्कारों से पुरस्कृत कर मनाया गया एवं एग्री-क्लीनिक और एग्री-बिजनेस (एसी और एबीसी)  सेवाओं के माध्यम से किसानों को उनके योगदान के लिए एग्री-क्लीनिक और एग्री-बिजनेस में भाग लेना है l संपूर्ण देश के कृषि उद्यमी, वरिष्ठ अधिकारी, आईसीएआर के वैज्ञानिक, बैंक कर्मचारी तथा निजी क्षेत्र की कंपनियों ने समारोह में भाग लिया। कृषि उद्यमियों ने आरकेवीवाई-रफ्तार और कृषि इंफ्रास्ट्रक्चर फंड जैसी अन्य योजनाओं और इनके अंतर्गत आने वाले अन्य अवसरों के बारे में भी जाना।

यह लेख प्रमुख रूप से उन कृषि उद्यमियों को लाभ पहुंचाता है जिनने एसी और एबीसी योजना के अंतर्गत प्रशिक्षण लिया है, इनके साथ ही कार्यक्रम में भाग लेने वाले प्रशिक्षकों और संस्थानों को भी लाभान्वित करता है । इस कार्यक्रम में  एसी और एबीसी सेवाओं के माध्यम से कृषि उद्यमियों को पुरस्कृत किया,और क्षेत्र में उनकी जान पहचान बढ़ाने एवं खुद को अपडेट करने का अवसर भी प्रदान किया। इसके अलावा यह लेख एसी और एबीसी योजना के क्रियान्वयन और प्रबंधन में शामिल सरकारी अधिकारियों और संगठनों, जैसे कि कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय, नाबार्ड और अग्रणी बैंकों, के साथ-साथ निजी कृषि कंपनियों पर भी लक्षित है। यह कार्यक्रम दर्शकगण और प्रतिभागियों के लिए भी फायदेमंद था, जो अन्य योजनाओं के तहत कृषि उद्यमियों के लिए उपलब्ध नए विकास एवं अवसरों के बारे में जानने में सक्षम रहें। 

वर्णन-

राष्ट्रीय युवा दिवस मनाने के दौरान, भारत सरकार द्वारा चलाये गये एसी और एबीसी कार्यक्रम की केंद्रीय क्षेत्र योजना के माध्यम से प्रशिक्षण लेने वाले युवाओं को पुरस्कृत किया गया l इस योजना का प्रमुख उद्देश्य बैंकों से ऋण और सब्सिडी के प्रावधान के साथ 45 दिनों के मुफ्त आवासीय प्रशिक्षण के माध्यम से बेरोजगार युवाओं को स्व-नियोजित कृषि उद्यमी में परिवर्तित है। इस कार्यक्रम से किसानों और ग्रामीण युवाओं को लाभ मिलने की उम्मीद है।

यह कार्यक्रम नई दिल्ली में आयोजित किया गया था और इसमें संपूर्ण देश से 850 से अधिक कृषि उद्यमियों, कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों, मैनेज, नाबार्ड, अग्रणी बैंक, आईसीएआर के वैज्ञानिक और निजी कृषि-व्यवसाय कंपनियों ने भाग लिया था।

कार्यक्रम में योजना के अंतर्गत सब्सिडी और बैंक ऋण, नीतिगत सुधार, नवीनतम विकास, और कृषि इंफ्रास्ट्रक्चर फंड और आरकेवीवाई रफ्तार जैसी अन्य योजनाओं के अंतर्गत कृषि उद्यमियों के अवसरों पर प्रस्तुति और चर्चा भी की गई। मुख्य अतिथि, संयुक्त सचिव, कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार ने युवाओं से कृषि इंफ्रास्ट्रक्चर फंड, नाबार्ड और बैंकिंग क्षेत्र से वित्त पोषण का लाभ उठाने की अपील की।

महत्वपूर्ण बिंदु-

  • एग्री-क्लिनिक एंड एग्री-बिजनेस (AC&ABC) योजना भारत सरकार की एक ऐसी योजना है जिसे वर्ष 2002 से राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (NABARD) की मदद से लागू किया गया है।
  • इस योजना के अंतर्गत 45 दिन का आवासीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जाता है जिसका लक्ष्य बैंक ऋण और सब्सिडी द्वारा सहायता प्रदान कर बेरोजगार युवाओं को स्व-नियोजित कृषि उद्यमी में परिवर्तित करना है l
  • इसका उद्देश्य किसानों को सेवाएं प्रदान करना और ग्रामीण युवाओं को रोजगार देना है।
  • राष्ट्रीय युवा दिवस पर, 82 सर्वोत्तम कृषि उद्यमियों और 8 सर्वश्रेष्ठ नोडल प्रशिक्षण संस्थानों को एग्री-क्लिनिक एंड एग्री-बिजनेस (AC&ABC) योजना के माध्यम से किसानों को उनके योगदान के लिए पुरस्कृत किया गया।
  • इस योजना के अंतर्गत नीतिगत सुधार, नवीन विकास, प्रोत्साहन और बैंक ऋण पर चर्चा की गई एवं अन्य योजनाओं के अंतर्गत कृषि उद्यमियों के लिए नए अवसरों पर भी चर्चा की गई।
  • मुख्य अतिथि, संयुक्त सचिव, कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार ने युवाओं से कृषि इंफ्रास्ट्रक्चर फंड, नाबार्ड और बैंकिंग क्षेत्र से वित्त पोषण का लाभ उठाने की अपील की।

निष्कर्ष-

देश में राष्ट्रीय युवा दिवस मनाया गया, इस कार्यक्रम में एग्री-क्लिनिक एंड एग्री-बिजनेस (AC&ABC) योजना के माध्यम से किसानों को सहायता प्रदान करने के लिए सरकारी योजनाओं के अंतर्गत प्रशिक्षित कृषि उद्यमियों को पुरस्कार वितरित किये गए l इस कार्यक्रम को देखने के लिए आईसीएआर के वैज्ञानिक, बैंक कर्मचारी और निजी कृषि कंपनियां एवं कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय के वरिष्ठ सरकारी अधिकारी भी एकत्रित हुए। पुरस्कार वितरण कार्यक्रम, कृषि उद्यमियों की मेहनत और उपलब्धियों एवं ग्रामीण क्षेत्रों में स्वरोजगार और रोजगार के अवसर प्रदान करने में एसी और एबीसी योजना की सफलता का एक सम्मान है। कार्यक्रम में विराजित लोगों को अन्य योजनाओं के अंतर्गत कृषि उद्यमियों के लिए उपलब्ध नए विकास एवं अवसरों के बारे में जानने का मौका भी मिला।

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