आईसीएआर (ICAR) यानी भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान द्वारा पूसा कृषि विज्ञान मेले (Pusa Krishi Vigyan Mela 2023) का आयोजन तीन दिनों के लिए नई दिल्ली में 2 से 4 मार्च 2023 तक किया गया था। इस कार्यक्रम का मुख्य विषय ‘बाजरा (श्री अन्न)’ के माध्यम से पोषण, खाद्य और पर्यावरण सुरक्षा‘ था। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, इस कार्यक्रम के समापन समारोह की अध्यक्षता केंद्रीय राज्य कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री कैलाश चौधरी (Union Minister of State for Agriculture and Farmers Welfare Shri Kailash Chaudhary) ने की थी।
इस कार्यक्रम में महिला किसानों सहित छह साथी किसानों और 42 नवोन्मेषी किसानों को ‘आईएआरआई इनोवेटिव फार्मर अवार्ड‘ से सम्मानित किया गया। मुख्य अतिथि ने पोषण सुरक्षा के लिए बाजरा की किस्मों के विकास की आवश्यकता और खाद्य और पर्यावरण सुरक्षा प्राप्त करने में नई और नवीन कृषि प्रौद्योगिकियों (New and Innovative Agricultural Technologies ) के महत्व पर जोर दिया। साथ ही, उन्होंने विभिन्न योजनाओं के तहत कृषि में प्रौद्योगिकी के उपयोग को बढ़ाने की दिशा में सरकार के प्रयासों का भी उल्लेख किया।
वहीं, आईसीएआर के सचिव, डेयर और महानिदेशक डॉ हिमांशु पाठक के अनुसार, प्रत्येक आईसीएआर संस्थान किसानों के लाभ के लिए सालाना एक प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करेगा। ये प्रशिक्षण कार्यक्रम किसानों को नवीनतम कृषि तकनीकों और तकनीकों से अपडेट रहने में मदद कर सकते हैं।
पूसा कृषि विज्ञान मेला और समापन समारोह किसानों को नवीनतम कृषि तकनीकों, प्रौद्योगिकियों और नवीन प्रथाओं तक पहुंच प्रदान करके, उनके प्रयासों को पहचानने और उनके कल्याण के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को उजागर करके लाभान्वित कर रहा है।
नई दिल्ली में आईसीएआर-भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान में आयोजित पूसा कृषि विज्ञान मेले का किसानों के लिए कृषि उन्नति और कल्याण को बढ़ावा देने पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ा। ‘बाजरा के माध्यम से पोषण, खाद्य और पर्यावरण सुरक्षा‘ की थीम (Bajra- Shri Anna) के साथ, इस कार्यक्रम में नवीन और जलवायु की सबल कृषि पद्धतियों की आवश्यकता पर जोर डाला गया। साथ ही, विभिन्न आईसीएआर संस्थानों की भागीदारी और नवोन्मेषी किसानों के अभिनंदन में कृषि की आधुनिक प्रौद्योगिकियों और तकनीकों को शामिल करने के महत्व पर बल दिया गया ताकि छोटे किसानों और सीमांत किसान के लिए उत्पादकता और लाभप्रदता बढ़ाई जा सके। जैविक और प्राकृतिक खेती (Organic and Natural Farming) पर सरकार का जोर और कृषि में प्रौद्योगिकी के उपयोग से भारतीय किसानों के लिए एक स्थायी और लाभदायक भविष्य का मार्ग प्रशस्त होगा।
क्या आप एक व्यापक-स्पेक्ट्रम कवकरोधी और जीवाणुरोधी उपाय की तलाश में हैं जो झुलसा रोग…
पेश है ज़ायमो बगट्रोल, एक बहुउद्देशीय और प्रभावी कीट निवारक जो आपके पौधो को पोषण…
प्रस्तुत है ज़ाइमो ऑप्ट सुप्रा: सर्वोत्तम मृदा अनुकूलक, सूक्ष्म जैविकी उत्तेजक, और विकास बूस्टर, जो…
ज़ाइमो केन मैक्स आपकी गन्ने की फसल को सर्वोत्तम देखभाल देने के लिए तैयार है…
कृषि के क्षेत्र में, जहां कीटों और बीमारियों से लड़ना एक सतत संघर्ष है, ज़ाइमो…
ज़ाइमो ग्रेनरिच आर एस डब्ल्यू आर गेहूं और धान की फसलों की क्षमता को…