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वर्ष 2022 में कॉफी निर्यात करीब 2 फीसदी बढ़कर 4 लाख टन पहुंचा

केंद्रीय कॉफी बोर्ड (1942 में स्थापित वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय द्वारा इसकी देखभाल की जाती है) के अनुसार, भारत (एशिया का तीसरा सबसे बड़ा उत्पादक व  निर्यातक देश) से कॉफी शिपमेंट वर्ष 2022 में 1.66 प्रतिशत बढ़कर 4 लाख टन हो गया, क्योंकि इंस्टेंट कॉफी निर्यात और पुनः निर्यात में वृद्धि हुई है। वर्ष 2021 में निर्यात 3.93 लाख टन हुआ था।

कॉफी का संख्यात्मक डेटा:

वर्ष 2022 में कॉफी निर्यात पिछले वर्ष के 6,984.67 रुपये की तुलना में 8,762.47 रुपये अधिक था। भारत रोबस्टा और अरेबिका दोनों किस्मों के साथ-साथ इंस्टेंट कॉफी भी भेजता है। केंद्रीय कॉफी बोर्ड के नए आंकड़ों के अनुसार, रोबस्टा कॉफी का शिपमेंट पिछले वर्ष के 2,20,997 टन से 2022 में थोड़ा कम होकर 2,20,974 टन हो गया।

अरेबिका कॉफी का निर्यात 11.43 प्रतिशत घटकर 50,292 टन से 44,542 टन रह गया। यह देखा गया है कि इंस्टेंट कॉफी का निर्यात बढ़कर 16.73 प्रतिशत हो गया है जो वर्ष 2021 में 29,819 टन से वर्ष 2022 में 35,810 टन हो गया l आंकड़ों के हिसाब से, वर्ष 2022 में 99,513 टन कॉफी का फिर से निर्यात किया गया, जो पिछले वर्ष 92,235 टन था।

कॉफी उत्पादक राज्य एवं निर्यात:

देश में कॉफी उत्पादन दक्षिण भारतीय राज्यों के पर्वतीय क्षेत्रों में होता है, जिसमें कर्नाटक का हिस्सा 71% है ( भारतीय कॉफी का 33% उत्पादन अकेला कोडागु करता है), इसके बाद केरल 21% और तमिलनाडु (कुल उत्पादन का 5% जो 8,200  टन है।) इसके अलावा, देश के पूर्वी तट पर नए गैर-पारंपरिक क्षेत्र आंध्र प्रदेश और ओडिशा है, एवं एक तीसरा और क्षेत्र जिसमें पूर्वोत्तर भारत में असम, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, त्रिपुरा, नागालैंड और अरुणाचल प्रदेश शामिल हैं। इसे लोकप्रिय रूप से “भारत की सात बहन राज्य” के नाम से जाना जाता है।

भारतीय कॉफी को विश्व की सर्वोत्तम कॉफी माना जाता है, जिसकी खेती छाया में की जाती है न कि सीधे धूप में। देश में लगभग 2,50,000 किसान कॉफी की खेती करते  हैं, जिनमें से 98% लघु किसान हैं। वर्ष 2009 में, वैश्विक उत्पादन में भारतीय कॉफी का केवल 4.5% हिस्सा था। भारतीय कॉफी का लगभग 80% भाग निर्यात किया जाता है, जिसमे से 70% जर्मनी, रूस, स्पेन, बेल्जियम, स्लोवेनिया, संयुक्त राज्य अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम, जापान, ग्रीस, नीदरलैंड और फ्रांस को जाता है। कुल निर्यात में इटली की हिस्सेदारी 29% है। ज्यादातर निर्यात स्वेज नहर के माध्यम से किया जाता है। भारतीय कॉफी के लिए इटली, जर्मनी और रूस प्रमुख निर्यात गंतव्य हैं। कुछ प्रमुख निर्यातकों में सीसीएल प्रोडक्ट्स इंडिया, टाटा कॉफी, आईटीसी लिमिटेड, ओलम एग्रो, विद्या हर्ब्स और सक्डेन कॉफी इंडिया आदि शामिल है। 

निष्कर्ष:

देश का कॉफी उत्पादन अब देश के और भी भागों में फैल गया है। इसने भारत के बड़े पैमाने पर कॉफी के उत्पादन और निर्यात को प्रभावित किया है। रोबस्टा और अरेबिका कॉफी के निर्यात में कमी के बाद भी, अन्य देशों में इंस्टेंट कॉफी के बढ़ते निर्यात से भारत को लाभ अर्जित हुआ है।

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