राज्य के डेयरी उद्योग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से, हिमाचल प्रदेश सरकार 500 करोड़ की परियोजना “हिम गंगा” योजना शुरू करेगी। हाल ही में हिमाचल राज्य के कांगड़ा जिले में आयोजित हिमाचल दिवस जिला स्तरीय कार्यक्रम में इस बात की जानकारी कृषि एवं पशुपालन मंत्री चंदन कुमार द्वारा दी गयी।
उन्होंने कहा कि राज्य में दुग्ध आधारित उद्योग की व्यवस्था विकसित करने के लिए हिम गंगा योजना शुरू की जा रही है। जिससे दुग्ध उत्पादन में बढ़ावा मिलेगा साथ ही पशुपालकों की आय में वृद्धि भी होगी।
योजना | हिम गंगा योजना |
योजना का प्रकार | राज्य सरकार |
कब लागू की गयी | साल 2023 |
कौन उठा सकता है लाभ | पशुपालक /किसान |
मिली जानकरी के अनुसार बताया गया है कि इस योजना के तहत राज्य सरकार पशुपालकों से दूध के अलग-अलग उत्पादों के उत्पादन के लिए किसानों से गाय का दूध 80 रुपये प्रति लीटर जबकि भैंस का दूध 100 रुपये प्रति लीटर की दर से खरीदेगी साथ ही उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत दूध की खरीद, प्रसंस्करण और विपणन की प्रणाली में गुणवत्ता में भी सुधार होगा।
कृषक समुदाय को मजबूत करने के लिए उन्होंने दावा किया कि सरकार कृषि और पशुपालन के बुनियादी ढांचे को बदलने के लिए काम कर रही है। फसलों पर कम रसायनों का उपयोग करके, हम जैविक खेती को प्रोत्साहित करने की आशा करते हैं।
भारत में दुग्ध उत्पादन महत्वपूर्ण है। किसानों की दुग्ध उत्पादन आय बढ़ाने के लिए हिमाचल प्रदेश सरकार ने महत्वपूर्ण प्रयास किए हैं। दूध का उत्पादन देश के किसानों के एक महत्वपूर्ण हिस्से को जीवनयापन प्रदान करता है। पशु संरक्षण को लगातार आगे बढ़ाना राज्य सरकारों का भी एक लक्ष्य है। हिमाचल सरकार ने अब दुग्ध उत्पादन बढ़ाने के लिए एक सराहनीय कदम उठाया है।
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