मोटे (मिलेट्स) अनाज के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीइडीए) द्वारा “द इंटरनेशनल ईयर ऑफ़ मिलेट्स-2023” के पूर्व उद्घाटन समारोह के रूप में दिल्ली में एक कार्यक्रम “मिलेट्स-स्मार्ट न्यूट्रिटिव फ़ूड” नाम से आयोजित किया गया था।
इस बैठक के मुख्य अतिथि व्यापार एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल थे। इस सम्मेलन में यह निर्णय लिया गया की ,भारत के 21 मोटे (मिलेट्स) अनाज उत्पादक राज्य और 30 संभावित आयातक देशों पर भारत सरकार द्वारा ई-कैटलॉग जारी किया जाएगा। इस सम्मेलन में यस बैंक (नॉलेज पार्टनर) के साथ मिलकर मोटे (मिलेट्स) अनाज पर एक ज्ञान वर्णिका (नॉलेज बुक) का विमोचन किया गया। इस सम्मेलन में भारत सरकार ने क्रेता-विक्रेता (बीएसएमस),किसानो और 16 अंतरराष्ट्रीय व्यापारियों,निर्यातकों को मोटे (मिलेट्स) अनाज के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए उनकी भागीदारी के लिए सम्बोधित किया।
केंद्रीय मंत्री ने मोटे(मिलेट्स) अनाज के प्रचार प्रसार के लिए एक त्वरित कार्रवाई के लिए एनओयुआरआईएसएच उपयोग करने का निर्देश दिया जिसमे इन शब्दों का अर्थ इस प्रकार है –
- एन का अर्थ है नया बाजार और नए स्थान।
- ओ का अर्थ है मोटे (मिलेट्स) अनाज की खेती को बढ़ावा देने के लिए जैविक विधियों का उपयोग करना और मोटे(मिलेट्स) अनाज की विशेषताओं की वैश्विक स्वीकृति दर को बढ़ावा l
- यू का अर्थ है जीआई टैग के द्वारा मोटे (मिलेट्स) अनाज की ‘अद्वितीय किस्मों’ का संरक्षण और उनकी पहचान करना ।
- आर का अर्थ है मोटे (मिलेट्स) अनाज में निरंतर खोज करना(‘रिसर्च ऑन मिलेट्स’,) मोटे (मिलेट्स) अनाज के बाजार का विस्तार और स्वादिष्टता को बढ़ावा।
- आई का अर्थ है मोटे(मिलेट्स) अनाज के बाजार एवं उत्पादों की महत्व श्रंखला के विकास के लिए उद्योगों की भागीदारी को बढ़ाना l
- एस का अर्थ है मोटे अनाज के उत्पादों की मानकता एवं स्थिरता को बढ़ावा l
- एच का अर्थ है अधिक उत्पादन एवं घरेलू बाजार को बढ़ावा l
वैश्विक समर्थन:
रोम एवं इटली में संयुक्त राष्ट्र के एफएओ द्वारा “द इंटरनेशनल ईयर ऑफ़ मिलेट्स-2023” के उद्घाटन समारोह का शुभारंभ किया गया। संयुक्त राष्ट्र के बुलावे पर इस समारोह में 70 देशों ने भाग लिया। सिंधु घाटी सभ्यता में मिले साक्ष्यों के अनुसार मोटे (मिलेट्स) अनाज भारत में सर्वप्रथम खेती की जाने वाली फसलों में से एक है। इसीलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लक्ष्य “वसुधैव कुटुम्बकम” एवं “द इंटरनेशनल ईयर ऑफ़ मिलेट्स-2023” समारोह को आपस में मिला दिया जाये तो यह मोटे (मिलेट्स) के बाजार को बढ़ावा देने में सहायता भी करेगा और भारत को दुनिया के खाद्य मानचित्र पर एक नयी पहचान भी देगा।