सब्जियों, आलू और प्याज के लिए अन्य राज्यों पर निर्भरता कम करने के उद्देश्य से ओडिशा सरकार ने “आलू, सब्जी और मसालों का विकास” नामक एक नई राज्य क्षेत्र योजना शुरू की है। यह योजना आलू, प्याज, हाइब्रिड सब्जियों और मसालों की खेती के लिए किसानों को वित्तीय सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से शुरू की गई है, ताकि राज्य के किसानों को 5 सब्जियों (आलू, प्याज, टमाटर, फूलगोभी और पत्तागोभी) के उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाया जा सके।
राज्य मंत्रिमंडल ने WSHGs और किसान उत्पादक संगठनों की भागीदारी के साथ राज्य क्षेत्र योजना- “आलू, सब्जी और मसालों का विकास” के कार्यान्वयन के लिए 2022-23 से 2025-26 तक चार साल के लिए 1142.24 करोड़ रुपये के प्रावधान की मंजूरी दी।
योजना अवलोकन:
- योजना का नाम – आलू, सब्जी और मसालों का विकास
- योजना कब शुरू हुई – साल 2022
- आवंटित राशि – 1142.24 करोड़ रुपये
- अवधि- 2022-23 से 2025-26 तक
- योजना का प्रकार – राज्य सरकारी योजना
- यह योजना किस के द्वारा प्रायोजित की गयी – राज्य क्षेत्र सरकार
उद्देश्य:
यह योजना आलू, प्याज, हाइब्रिड सब्जियों और मसालों की खेती के लिए किसानों को वित्तीय सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से शुरू की गई है ताकि राज्य को 5 सब्जियों (आलू, प्याज, टमाटर, फूलगोभी और पत्तागोभी) के उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाया जा सके। इससे किसानों की आय में वृद्धि होगी और ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर खुलेंगे।
लाभ:
- किसानों को आलू, प्याज, हाइब्रिड सब्जियों और मसालों की खेती के लिए वित्तीय सहायता मिलेगी।
- किसानों की आय में वृद्धि होगी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार अवसर मिलेंगे।
- राज्य की दूसरे राज्यों पर निर्भरता में कमी आएगी।
- राज्य किसान 5 सब्जियों (आलू, प्याज, टमाटर, फूलगोभी और पत्तागोभी) के उत्पादन में आत्मनिर्भर बनेगा राज्य
निष्कर्ष:
सब्जी उत्पादन में आत्मनिर्भरता हासिल करने और ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों के लिए रोजगार के अवसर पैदा करने की दिशा में ओडिशा सरकार द्वारा आलू, सब्जी और मसाला योजना का विकास एक महत्वपूर्ण कदम है।