देश की अर्थव्यवस्था में कृषि कृषि उद्योग अहम भूमिका निभाता है, क्योंकि आधी से ज्यादा आबादी कृषि कार्य पर निर्भर है। इसलिए कृषि उद्योग को एहमियत देते हुए देश की केंद्र सरकार और राज्य सरकारें कृषि को बढ़ावा देने के लिए हर तरह के प्रयास करती रहती हैं। हाल ही में उत्तराखंड राज्य सरकार ने राज्य के किसानों के हित के लिए एवं उनकी अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए पीएम किसान सम्मन निधि योजना के समान उत्तराखंड किसान प्रोत्साहित योजना को संचालित करने का विचार किया है। जो किसानों के लिए बेहद लाभकारी साबित होगी।
योजना विवरण:
- योजना का नाम: उत्तराखंड किसान प्रोत्साहित योजना
- योजना संशोधित: 24.2.2019
- योजना निधि आवंटित: हर 3 महीने 2000 रूपये तक
- सरकारी योजना का प्रकार: उत्तराखंड राज्य सरकार
- प्रायोजित / क्षेत्र योजना: किसान सम्मान निधि योजना
- आवेदन करने के लिए वेबसाइट: लागू नहीं।
- हेल्पलाइन नंबर: लागू नहीं।
उत्तराखंड किसान प्रोत्साहित योजना की विशेषताएं:
किसान प्रोत्साहन योजना भारत में किसानों के लाभ के लिए हाल की प्रचार योजनाओं में से एक है। इस योजना को लागू करने वाला उत्तराखंड देश का पहला राज्य है। हालांकि वास्तविक आवेदन या पंजीकरण प्रक्रिया की घोषणा अभी बाकी है, अधिकारियों को भरोसा है कि इस योजना से राज्य के कई किसानों को लाभ होगा। आपके लिए स्पष्ट तस्वीर रखने के लिए इस योजना के कुछ लाभ यहां दिए गए हैं।
उत्तराखंड किसान प्रोत्साहित योजना के लाभ:
- उत्तराखंड किसान प्रोत्साहन योजना से उत्तराखंड के किसानों को लाभ होगा।
- 2 हेक्टेयर से कम भूमि वाले किसान लाभार्थी हैं।
- इन पात्र किसानों की आयु भी 60 वर्ष से अधिक होनी चाहिए। इस योजना का उद्देश्य उन वृद्ध किसानों का समर्थन करना है जो अपने खेत का प्रबंधन करने के लिए संघर्ष करते हैं।
- इन पात्र किसानों को हर 3 महीने में 2000 रुपये मिलेंगे, जिसका मतलब है, प्रति व्यक्ति 6000 रुपये का वार्षिक समर्थन।
- इन लाभार्थियों को किसी भी अन्य सरकारी योजनाओं से किसी अन्य वित्तीय सहायता का लाभ नहीं उठाना चाहिए।
- किसान सम्मान निधि योजना के तहत पंजीकृत किसान ही आवेदन प्रक्रिया के लिए पात्र हैं।
उत्तराखंड किसान प्रोत्साहित योजना की खामियां:
उत्तराखंड किसान प्रोत्साहन योजना अभी तक क्रियाशील नहीं हुई है, इसलिए इस योजना की कमियों का पता लगाना जल्दबाजी होगी। लेकिन एक बात ध्यान देने वाली है कि लाभार्थी 60 वर्ष से अधिक आयु के हैं, इसलिए जो लोग इस आयु के करीब हैं और समान रूप से संघर्ष कर रहे हैं, उन्हें कोई लाभ नहीं मिल पाएगा। लेकिन यह यहां के लाभार्थियों के प्रति अच्छे इरादों का प्रतिकार नहीं करता है। उम्मीद है कि सरकार अन्य पार्टियों को भी कुछ राहत देगी।
उत्तराखंड किसान प्रोत्साहित योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया:
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि हाल ही में उत्तराखडं सरकार पुष्कर सिंह धामी की तरफ से इस योजना की घोषणा की गयी है। इसलिए इस योजना में पंजीकरण प्रक्रिया अभी शुरू नहीं हुई है। पंजीकरण प्रक्रिया शुरू होते ही हम आपको समय पर अपडेट करते रहेगें।
उत्तराखंड किसान प्रोत्साहित योजना के लिए जरुरी दस्तावेज:
- पैन कार्ड
- आधार कार्ड
- बैंक खाता पासबुक
- मोबाइल नंबर
- पैन कार्ड
- जमीन की नक़ल
- एनी आवेदन के मसय आवश्यक दस्तावेज
- राशन कार्ड
निष्कर्ष:
हमारे इस लेख को पढ़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि क्षेत्र को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। किसान समुदाय को सशक्त बनाने एवं भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में सही और उचित जानकारी पहुंचाने की हमारी पूरी कोशिश है। ऐसी ही खेती और कृषि ख़बरों को पढ़ने और जानने के लिए किसान वेदिका वेबसाइट लिंक https://kisanvedika.bighaat.com/ पर क्लिक करें।