किसानों की आय बढ़ाने के लिए सरकार प्रयासरत है। खेती की लागत को कम करने और उत्पादकता को बढ़ाने के लिए सरकार ने कई योजनाएं और पहल शुरू की हैं। हाल ही में बिहार के मिथिला मखाना को जीआई टैग मिला है, इसलिए अब बिहार के कृषि और बागवानी विभाग, राज्य के किसानों को अधिक से अधिक मखाना की खेती के लिए प्रोत्साहित कर रही है। जी हाँ, बिहार सरकार राज्य में मखाना का उत्पादन बढ़ाने के लिए किसानों को प्रोत्साहन राशि प्रदान कर रही है। सरकार मखाने की खेती करने वालों किसानों को 72,750 रुपये तक की सब्सिडी दे रही है। सरकार की तरफ से आवेदन पत्र चालू हो गए हैं इच्छुक लाभार्थी आवेदन कर इस योजना का लाभ उठा सकते हैं।
योजना विवरण:
योजना का नाम: बिहार मखाना विकास योजना
योजना संशोधित: सितंबर 2022
योजना निधि आवंटित: 72,750 रुपये तक
सरकारी योजना का प्रकार: बिहार राज्य सरकार
प्रायोजित / क्षेत्र योजना: कृषि विभाग, बिहार
आवेदन करने के लिए वेबसाइट: http://horticulture.bihar.gov.in/HORTMIS/Home.aspx
हेल्पलाइन नंबर: 15545, 1800-345-6268
श्रेणी | टिप्पणी |
इन जिलों के किसानों को मिलेगी सब्सिडी | बिहार राज्य के 11 जिलों यानी कटिहार, पूर्णिया, मधुबनी, किशनगंज, सुपौल, अररिया, मधेपुरा, सहरसा, पश्चिमी चंपारण, दरभंगा और सीतामढ़ी के किसानों को दिया जायेगा। |
अनुदान राशि | 75 प्रतिशत तक |
उद्देश्य | मखाना उत्पादन को 16 क्विंटल प्रति हेक्टेयर से बढ़ाकर 28 क्विंटल प्रति हेक्टेयर करना। |
आवंटित राशि | 72,750 रुपये तक |
योजना का लाभ उठा सकता है | मखाना की खेती करने वाले किसान |
बिहार मखाना विकास योजना के लाभ:
- भले ही उद्देश्य मखाना की उत्पादकता और गुणवत्ता में वृद्धि करना है, इससे किसानों को लाभ होगा।
- जिन लोगों को अपनी उत्पादन इकाइयों के रखरखाव कार्य में सहायता की आवश्यकता है, वे इस योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं।
- इस योजना के तहत अनुसूचित जाति के लिए 16% और अनुसूचित जनजाति के लिए 1% आरक्षण होगा। यह आरक्षण प्रत्येक जिले के लिए होगा।
- मखाना सब्सिडी महिलाओं के लिए भी फायदेमंद है क्योंकि यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाए जाएंगे कि कम से कम 30% लाभार्थी महिलाएं हों। इसका मतलब है कि प्रत्येक जिले में महिलाओं को इस मखाना सब्सिडी योजना के तहत स्वीकृति मिलने का बेहतर मौका है।
- अधिकारी आपको अच्छी गुणवत्ता वाली मखाना किस्मों को खोजने में मदद करेंगे और बेहतर गुणवत्ता वाले बीजों को बढ़ावा देने के लिए नई किस्मों को पेश करेंगे।
बिहार में मखाना सब्सिडी की खामियां:
बिहार मखाना विकास योजना को बिहार के 11 जिलों में लागू किया गया है, जिसमें कटिहार, दरभंगा, सुपौल, किशनगंज, पूर्णिया, सहरसा, अररिया, पश्चिम चंपारण, मधेपुरा, मधुबनी और सीतामढ़ी आदि शामिल है। यह अभी तक अन्य जिलों के किसानों के लिए फायदेमंद नहीं है, और सरकार को अन्य क्षेत्रों में परियोजना का विस्तार करने में समय लग सकता है।
मखाना सब्सिडी के लिए आवेदन कैसे करें:
- किसान “बिहार बागवानी विभाग “ के ऑनलाइन पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
- पंजीकरण प्रक्रिया 5 सितंबर से शुरू किये गए हैं और आवेदन करने की अंतिम तिथि 20 सितंबर 2022 तक है।
- इसके अलावा किसान नजदीकी सीएससी में जाकर भी इसके लिए आवेदन कर सकते हैं।
सब्सिडी के लिए आवश्यक दस्तावेज:
- किसान का आधार कार्ड
- आवेदन करने वाले किसान के कृषि भूमि दस्तावेज
- बैंक पासबुक (प्रथम पेज की फोटो कॉपी)
- आवेदक किसान का मोबाइल नंबर आदि।
निष्कर्ष:
हमारे इस लेख को पढ़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि क्षेत्र को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। किसान समुदाय को सशक्त बनाने एवं भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में सही और उचित जानकारी पहुंचाने की हमारी पूरी कोशिश है। ऐसी ही खेती और कृषि ख़बरों को पढ़ने और जानने के लिए किसान वेदिका वेबसाइट लिंक https://kisanvedika.bighaat.com/ पर क्लिक करें।