यदि आप किसान है और आप अधिक पैसा कमाने की चाहत रखते हैं, तो आज हम आपको एक ऐसा बिजनेस आइडिया बताने जा रहे हैं जिसे शुरू कर आप कम समय में लाखों रूपए अर्जित कर सकते हैं। दरअसल, वर्तमान समय में खेती बाड़ी के अलावा पशुपालन क्षेत्र भी काफी तेजी से रफ़्तार पकड़ रहा है। पशुपालन क्षेत्र की बात करें तो भेड़ पालन एक ऐसा परम्परिक व्यवसाय है, जिसमें न तो अधिक लागत की आवश्यकता होती हैं और न ही अधिक देख रेख की जरुरत होती है। ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगो के लिए यह व्यवसाय काफी लाभदायी होता हैं। भेड़ से ऊन, दूध, खाल और खाद आदि उत्पाद प्राप्त होते हैं जिनकी बाजार में बिक्री अधिक कीमत पर होती है। भेड़ पालन का व्यवसाय भारत की जलवायु के आधार पर आप अलग-अलग किस्म की नस्लों के आधार पर शुरू कर सकते हैं एवं काफी अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। तो आइये जानते हैं भेड़ पालन के लिए आवश्यक बातें।
भेड़ पालन के लिए उचित स्थान का चुनाव करें:
- भेड़ पालन करने के लिए सबसे पहले आपको सही स्थान का चुनाव करना होगा।
- बाड़े को साफ रखें
- चिकित्सा की उचित व्यवस्था रखें।
- पानी की उचित व्यवस्था हो।
- ऐसे स्थान का चुनाव करें जहां मार्केटिंग और ट्रांसपोर्टेशन की सुविधा उपलब्ध हो।
भेड़ें की उन्नत नस्लें:
भेड़ पालन व्यवसाय को शुरू करने के लिए सबसे महत्वपूर्ण चीज है पशुओं की नस्लों का चयन। जी हाँ यदि आप अच्छी नस्ल के पशु का पालन करते हैं, तो आपको अपने व्यवसाय से अधिक उत्पादन और आमदनी प्राप्त होगी।
भेड़ों के लिए तैयार करें एक घर:
- इसके आलावा आपको भेड़ पालन व्यवसाय शुरू करने के लिए भेड़ों के लिए उचित आवास का निर्माण करना चाहिए।
- शेड की चौड़ाई 12 मीटर से अधिक नहीं होनी चाहिए और आश्रय की इष्टतम चौड़ाई 8 मीटर होनी चाहिए। मादा भेड़ की ऊंचाई 2.5 मीटर और रिज पर ऊंचाई 3.5 मीटर होनी चाहिए।
- इसके आलावा कमरे में उपयुक्त हवा और जल निकासी की व्यवस्था होनी चाहिए।
- शेड में सूर्य की रौशनी उचित मात्रा में जानी चाहिए।
- शेड में रौशनी के लिए आप चाहें तो बिजली की अच्छी व्यवस्था भी कर सकते हैं।
- शेड के फर्श को हमेशा सूखा रखना चाहिए।
- भेड़ों को प्रतिकूल जलवायु की परिस्थितियों से बचा सके।
भेड़ों के लिए उचित चारे की व्यवस्था:
इसके आलावा भेड़ पालन के लिए सबसे महत्वपूर्ण बात है उनका भोजन। पशुओं के अच्छे स्वास्थ्य के लिए जरुरी है उन्हें पर्याप्त मात्रा में पौष्टिक आहार प्रदान करें। इसके लिए आप भेड़ों को हरा चारा, उनके वजन के अनुसार दाना खिलाएँ।
समय पर टीकाकरण की सुविधा:
इनके लिए उचित चिकित्सा की व्यवस्था रखें। पशुओं का समय – समय पर टीका कारण करवाएँ ताकि प्रतिकूल मौसम के प्रकोप से होने वाले रोगों से बचाव किया जा सके।
विपणन योजना:
सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि आपको भारत में भेड़ पालन व्यवसाय योजना शुरू करने से पहले विपणन योजनाओं को निर्धारित करना चाहिए। बेहतर और प्रभावी विपणन के लिए स्थानीय बाजारों और स्थानीय क्षेत्रों को कवर करना चाहिए।
निष्कर्ष:
हमारे इस लेख को पढ़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि क्षेत्र को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। किसान समुदाय को सशक्त बनाने एवं भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में सही और उचित जानकारी पहुंचाने की हमारी पूरी कोशिश है। ऐसी ही खेती और कृषि ख़बरों को पढ़ने और जानने के लिए किसान वेदिका वेबसाइट लिंक https://kisanvedika.bighaat.com/ पर क्लिक करें।