वाणिज्य और उद्योग मंत्री श्री पीयूष गोयल द्वारा, तम्बाकू बोर्ड की उत्पादक कल्याण योजना(आंध्र प्रदेश के दक्षिणी क्षेत्र ) के प्रत्येक सदस्य को चक्रवात मंडौस के खिलाफ राहत के रूप में ब्याज मुक्त ऋण देने के लिए मंजूरी दे दी है।
नई दिल्ली:
आंध्र प्रदेश में आये चक्रवात, मैंडूस से प्रभावित 28,112 से अधिक एफसीवी तम्बाकू किसानों को तत्काल राहत प्रदान करने के लिए केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने तम्बाकू बोर्ड की उत्पादक कल्याण योजना के प्रत्येक सदस्य को 10 हजार रुपये का विशेष ब्याज मुक्त ऋण देने की स्वीकृति प्रदान की है। सरकार के इस कदम से आंध्र प्रदेश के दक्षिणी हल्की मिट्टी और दक्षिणी काली मिट्टी वाले क्षेत्रों के 28,112 किसानों को चक्रवात मैंडूस से होने वाले नुकसान से उबरने में सहायता मिलेगी।
कच्चे तम्बाकू की एफसीवी (फ्लू-क्योर्ड वर्जीनिया) किस्म सर्वाधिक निर्यात की जाने वाली किस्म है, यह आंध्र प्रदेश राज्य के 10 जिलों में 66,000 हेक्टेयर क्षेत्र में 121 मिलियन किलोग्राम (2021-22) के वार्षिक उत्पादन के साथ इसकी खेती की जाती है। वित्तीय वर्ष 2021-22 के दौरान कुल कच्चा तम्बाकू ( तम्बाकू कचरे को छोड़कर) में से एफसीवी तम्बाकू का निर्यात मात्रा के हिसाब से 53.62 प्रतिशत और मूल्य के हिसाब से 68.47 प्रतिशत था।
भारतीय तम्बाकू बोर्ड: वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय द्वारा तम्बाकू बोर्ड की स्थापना आंध्र प्रदेश में गई थी जिसका मुख्यालय आंध्र प्रदेश राज्य के गुंटूर जिले में स्थित है।
तम्बाकू बोर्ड की स्थापना के प्रमुख उद्देश्य:
- तम्बाकू किसानों के कल्याण पर विशेष ध्यान देना l
- तम्बाकू उत्पादन और संसाधन प्रक्रिया को विनियमित करना l
- ई-नीलामी प्लेटफॉर्म के माध्यम से किसानों को तम्बाकू बेचने में मदद करना l
- इसकी गुणवत्ता के साथ उपज में सुधार करना l
- इसके निर्यात को बढ़ावा देना आदि है l
तम्बाकू की खेती:
भारत में मुख्यतः चार प्रकार के तम्बाकू की खेती की जाती है-
- एफसीवी
- बीड़ी
- सिगर फिलर
- हुक्का और चबाने वाला
तम्बाकू की खेती के लिए 500-1000 मिमी वार्षिक वर्षा की आवश्यकता होती है एवं यह फसल अत्यधिक शुष्क मौसम की स्थिति का सामना नहीं कर सकती है। देश में आंध्र प्रदेश राज्य तम्बाकू उत्पादन में प्रथम स्थान पर है जबकि तमिलनाडु, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, बिहार, कर्नाटक एवं तेलंगाना भी इसे उगाते है।
निष्कर्ष:
तम्बाकू बोर्ड द्वारा घोषित राहत तम्बाकू उत्पादन में आंध्र प्रदेश की नंबर 1 स्थिति को बचाने की दिशा में यह एक उत्कृष्ट कदम है। इतना ही नहीं इससे किसानों की ताकत एवं हिम्मत भी बढ़ेगी एवं उन्हें बिना किसी चिंता के तंबाकू की खेती करने में सहायता भी मिलेगी।