भारत की आधी से ज्यादा आबादी कृषि कार्यों पर ही निर्भर है। वही दूसरी तरफ सरकार भी किसानों को आर्थिक रूप से सशक्त एवं आत्मनिर्भर बनाने के लिए कई सरकारी योजनाएं चला रही है। ऐसे में किसानों के लिए अच्छी खबर, साल 2023 में मोदी सरकार अपना आखिरी पूर्ण बजट पेश करेगी। जिसमें सरकार की तरफ से साल 2023 में छोटे और सीमांत किसानों को मिलेगा ख़ास तोहफा।
1 फरवरी 2023 को होगा बजट पेश
1 फरवरी 2023 को सुबह 11 बजे केंद्रीय वित्त मंत्री सीतारमण द्वारा संसद में साल 2023 – 24 का बजट पेश किया जायेगा, जिससे बाजार में होने वाले परिवर्तनों और टैक्स में छूट के लाभों की उम्मीदें हैं। बाजार को उम्मीद है कि वित्त मंत्री राजकोषीय घाटे और मुद्रास्फीति को नियंत्रण में रखते हुए विकास की रफ्तार को बनाए रखेंगी।चूंकि यह 2024 में केंद्रीय चुनाव से पहले पूरे साल का आखिरी बजट है, हम उम्मीद करते हैं कि यह सभी के लिए लाभकारी साबित होगा।
साल 2023 के बजट में कृषि क्षेत्र की अपेक्षाएं
- मिली रिपर्ट्स के अनुसार उद्दोग विशेषज्ञों को उम्मीद है की पीएम किसान सम्मान निधि के तहत मिलने वाली सहायता राशि को बढ़ाया जाये।
- खेती के कामों में उपयोग होने वाले कृषि ड्रोन के लिए सरकार को उनकी उपलब्धता आसान करनी चाहिए।
- जैविक खेती पर मिलने वाली सब्सिडी पर पुनः विचार कर उसको बढ़ाना चाहिए।
- बजट में ग्रामीण खर्च और बुनियादी ढांचे के विकास को प्रोत्साहित करने के उपाय मुख्य आकर्षण होंगे।
- कुल मिलाकर वृद्धि और विकास पर फोकस के साथ इस बजट में सभी के लिए कुछ न कुछ हो सकता है।
- कृषि-उद्यमियों और एग्रीटेक को प्रोत्साहित करने के बारे में विचार हो।
- कृषि रसायन और उर्वरक में इस केंद्रीय बजट से भारी वृद्धि देखी जा सकती है।
- कृषि मूल्य श्रृंखला में किसानों के लिए कर में छूट की उम्मीद की जा सकती है।
- किसानों को जीएसटी (GST) में राहतें प्रदान की जाएँगी। मिली रिपोर्ट्स के अनुसार बता दें ऐसा माना जा रहा है कि साल 2023 में सरकार किसानों को कृषि उत्पादों पर लगने वाले जीएसटी पर छूट की राहत प्रदान करेगी। जिससे किसानों को कृषि उत्पादों को खरीदने में आसानी होगी।
Union Budget 2023: आगामी बजट को लेकर बिगहाट के सह – संस्थापक और निदेशक सचिन नंदवाना जी की क्या उम्मीदें हैं?
आगामी 2023 बजट पेश होने वाला है। इस बजट को लेकर कई लोगों को काफी उम्मीदें हैं। ऐसे में आज हम जानेंगे बिगहाट एग्रो प्राइवेट कंपनी के सह – संस्थापक और निदेशक सचिन नंदवाना जी की क्या उम्मीदें हैं। जिन्होंने अपने शब्दों में आगामी बजट 2023 को लेकर कुछ बातें कही हैं, आइए जानें।
बिगहाट के सह-संस्थापक और निदेशक, सचिन नंदवाना के अनुसार, आगामी 2023 के केंद्रीय बजट में उन स्टार्टअप्स पर ध्यान केंद्रित करने की जरूरत है, जो मुख्य रूप से कृषि-तकनीक का समर्थन करने के लिए किसानों को किफायती समाधान और नवीन विचार प्रदान करने पर केंद्रित हैं, ताकि उन्हें कृषि मूल्य की चुनौतियों का समाधान करने में मदद मिल सके। स्टार्टअप्स में कृषि क्षेत्र का चेहरा बदलने की क्षमता है और इससे अंततः किसानों की आय में वृद्धि होगी।
सचिन नन्दवाना जी ने अपने शब्दों को आगे बढ़ाते हुए कहा हमें उन सुधारों पर काम करने की आवश्यकता है जिनमें “वन इंडिया, वन नेशन, वन लाइसेंस” का लक्ष्य शामिल है, ताकि किसानों को उनके उत्पादों के लिए सर्वोत्तम मूल्य प्राप्त करने में मदद मिल सके। एकल खिड़की प्रणाली की अवधारणा को अनिवार्य रूप से किसानों के साथ अनुसंधान में काम करने की जरूरत है, जो किसानों के लिए निर्णय लेने और समस्या को हल करने में मदद करता है, जो अंततः स्टार्टअप कंपनियों के सुधार की ओर ले जाता है।
उनका आगे कहना है कि मेरा व्यक्तिगत रूप से मानना है कि कृषि क्षेत्र में वैश्विक जुड़ाव की एक व्यावहारिक भूमिका है क्योंकि यह स्टार्टअप्स के लिए एक समर्थन प्रणाली विकसित करने में मदद करता है,जिससे भारत का विकास होता है।
निष्कर्ष
हमें उम्मीद है कि इस लेख के माध्यम से आप कृषि क्षेत्र से जुडी सभी नवीनतम ख़बरों से रूबरू हो सकेंगे। ऐसी ही कृषि क्षेत्र से जुडी सभी ख़बरों को जानने एवं पढ़ने की लिए किसान वेदिका की लिंक https://kisanvedika.bighaat.com/hi/ से जुड़े रहें।